लालू यादव द्वारा उनकी खास शैली में गढ़े गए नारे के साथ ही बिहार में सियासत भी शुरू हो गई है. जेडीयू की ओर से उनके नारे पर भड़के जेडीयू की ओर से भी जवाब दिया है.पटना. वर्ष 2020 शुरुआत के साथ ही आरजेडी एक बार फिर से पूरे दमखम के साथ नागरिकता संशोधन कानून , रष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) का विरोध करने का फैसला किया है. इसी के तहत नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूरे बिहार में 5 जनवरी को पुतला दहन और 11 जनवरी को प्रखंड स्तर पर धरना प्रदर्शन का भी एलान किया है. राजनीतिक जानकार मानते हैं कि तेजस्वी आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव की बनाई रणनीति पर ही आगे बढ़ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव ने एक नया नारा देकर यह बता दिया है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में वह भी सक्रिय रहने जा रहे हैं.
खास शैली में अपनी बात कहने में मशहूल लालू यादव ने एक बार फिर अपने ही अंदाज में नया नारा गढ़ दिया है. अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जो ट्वीट किया है उसमें उन्होंने लिखा, दो हज़ार बीस, हटाओ नीतीश.
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हटाओ नीतीश
लालू यादव द्वारा उनकी खास शैली में गढ़े गए नारे के साथ ही बिहार में सियासत भी शुरू हो गई है. जेडीयू की ओर से उनके नारे पर भड़के जेडीयू की ओर से भी जवाब दिया है. पार्टी की ओर से मोर्चा संभालते हुए जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने कहा – ‘2020 फिर से नीतीश’.
जेडीयू नेता ने सवाल पूछा कि आखिर किस बात के लिए हटाओ नितीश? क्या फिर से बिहार में चाहते हैं जंगल राज? उन्होंने कहा कि लालू सरकार में बिहार गर्त में चला गया था. नीतीश कुमार ने बिहार को नई दिशा दी.
लालू की इस ट्वीट पर जेडीयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के सी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार परिवारवाद के विरोध में हैं. नीतीश कुमार सदभावना लाना चाहते हैं. वे जातिवादी राजनीति के विरोध में है. वह कानून का राज कायम चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि लालू का नारा अपनी ही राजनीति को प्रमोट करने के लिए है. सच्चाई से अलग है और जो उनके द्वारा स्थापित की गई कुरीतियां हैं उनके संचालन के लिए है.
वहीं आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने कहा कि लालू प्रसाद ने जनता का नारा दिया है. यह नारा नहीं जनता की आवाज है. इस बार नीतीश कुमार को हटाना ही मुख्य लक्ष्य है. लालू के इस नारे के साथ आरजेडी चुनाव लड़ेगा. रिपोर्टर -अंकित ये भी पढे़:इस जगह से सीएम नीतीश कुमार को हैं विशेष लगाव, पर्यटन के साथ राजनीति की दृष्टि से हैं महत्वपूर्ण