राजधानी जयपुर के रामगंज में बेहताशा बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों से निपटने के लिए राज्य सरकार ने निर्णायक जंग छेड़ दी है. कोरोना का रेड हॉट स्पॉट बनने के बाद रामंगज क्षेत्र में इसे रोकने के लिए सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके की दो चोकड़ियों के करीब एक किलोमीटर के क्षेत्र को 13 जोन में बांटकर नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया गया है. इस क्षेत्र के 8 हजार घरों में निःशुल्क राशन पहुंचाना प्रारम्भ कर दिया गया है और बेरिकेडिंग कर आरएसी की कंपनियां तैनात कर दी गई हैं. इन 13 जोन में ही बुधवार तक 365 से अधिक कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट हुए हैं.
नई रणनीति के तहत बुजुर्ग, बीमार और इच्छुक व्यक्तियों को क्वारेंटाइन सेंटर्स में शिफ्ट करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. कोरोना संक्रमण से ज्यादा प्रभावित क्षेत्र में कर्फ्यू की स्थिति को अपग्रेड कर इस तरह से सील कर दिया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस क्षेत्र से बाहर नहीं जा सके और न ही प्रवेश कर सके. इसके लिए आरएसी की कंपनियां लगाई गई हैं.
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चारदीवारी में रामगंज के कुछ क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामले अत्याधिक संख्या में पाए जाने के कारण चार दरवाजा चौक से रामगंज चौपड़, लुहारों के खुर्रा से मोती सिंह भोमियों का रास्ता, ठाकुर पचेवर के रास्ते से होते हुए रामगंज बाजार से धाबाई जी का रास्ता, पानों का दरीबा होते हुए मोती कटला, सुभाष चैक से चार दरवाजा चौक तक के क्षेत्र को पूर्ण रूप से सील कर दिया गया है. इस क्षेत्र से बाहर जाना व बाहर से अन्य व्यक्ति (पुलिस व प्रशासन के अतिरिक्त) का प्रवेश पूर्ण वर्जित कर दिया गया है. इस व्यवस्था का उल्लंघन करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 व 271 एवं आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 के तहत सजा का प्रावधान है.