लाँकडाउन में फंसे श्रमिक मजदुरों को लेजाने वाली स्पेशल श्रमिक ट्रेन रद्द हो जाने पर यूपी के श्रमिकों ने नाराज होकर बस में जमकर तोड़फोड़ किया और बवाल मचाया। बसों में तोड़फोड़ और बवाल मचाने के कारण 10 मजदुरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया हैं।
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ये सभी मजदूर एक डिटर्जेंट पाउडर की फैक्ट्री में काम करते थे और लॉकडाउन से पहले से यहीं फंसे हैं एसपी जयपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि घटना काला तालाव क्षेत्र में स्थित कंपनी के कारखाने के पास श्रमिकों की कॉलोनी में हुई। राठौड़ ने बताया कि मजदूर यह सोचकर क्रोधित हो उठे कि कंपनी उन्हें लॉकडाउन के दौरान अपने गृह राज्य नहीं जाने देना चाहती हैं इसी सोच के कारण मजदूरों ने बस में तोड़फोड़ करना शुरु कर दिया। उन्होंने कहा, ‘सोमवार की सुबह कुछ मजदूर भावनगर रेलवे स्टेशन से उत्तर प्रदेश के लिए स्पेशल ट्रेन पकड़ने वाले थे। जब उन्हें कर्मचारियों की बस से स्टेशन ले जाया जा रहा था तब कंपनी प्रबंधन को पता चला कि ट्रेन किसी कारणवश रद्द कर दी गई है। इसलिए बस आधे रास्ते से ही श्रमिकों की कॉलोनी में वापस ले गई।
10 मजदूरों पर मुकदमा
राठौड़ ने बताया कि मजदूरों ने सोचा कि कंपनी उन्हें जाने नहीं देना चाहती। उन्होंने कहा, ‘वापस आने के बाद मजदूरों ने तोड़-फोड़ की। उन्होंने बस खिड़कियां और शीशे तोड़ डाले।’ उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की है और 10 मजदूरों को गिरफ्तार करने की प्रकिया जारी है।