हर कोई व्यक्ति सुख -समृद्धि और विकास करना चाहता हैं.इस लिए वह कई प्रकार का यंत्र करता हैं फिर भी उसे कामयाबी नहीं मिलती हैं।भौतीक जीवन में व्यक्ति की अनेक इच्छाऐ होती हैं।लेकिन सभी इच्छाओं की पुर्ती होना असंभव होता हैं।नक्षत्र,ग्रह में बदलाव से भी कभी दुख तो कभी सुख आता जाता हैं।इन नक्षत्रों और ग्रहों के प्रभाव के कारण ही व्यक्ति कभी सुखी तो कभी दुखी रहता हैं। ऐसे में आज हम आपको पुराणों में निहित उन वैदिक मंत्रो के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके जप से आप सभी बाधाओं से मुक्ति पा सकते हैं। साथ ही आपके घर में सुख शांति और समृद्धि भी आएगी।
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आये जानते हैं इन मंत्रों के बारे में:
शत्रु पर विजय प्राप्त करने के लिए करें,इस मंत्र का जाप–
ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमते टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा। इस मंत्र का रोजाना स्नान के बाद 11 बार जाप करें। आप चाहे तो शाम में भी इस मंत्र का जाप कर सकते हैं।
सभी प्रकार के बांधाओं से मुक्ति पाने के लिए करें इस मंत्र का जाप-
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
वेदों में बताया गया है कि इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को सर्प दोष से भी मुक्ति मिलती है। साथ ही समस्त प्रकार के पाप, दु:ख, भय एवं शोक से भी निजात मिलता है।
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए इस मंत्र का जाप करें
ॐ भूर् भुवः स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥
यह गायत्री मंत्र हैं जिसके नियमित जप करने से जीवन में ऊर्जा का संचरण होता हैं.तथा सभी प्रकार के मानसिक चिंताओं से मुक्ति मिल जाती हैं साथ ही स्मरण शक्ति बढ़ने में मदद मिलती हैं।इस गायत्री मंत्र को सर्वश्रेष्ट बताया गया हैं।रोजाना स्नान -ध्यान के बाद गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए।