प्रदेश में लोगों के आने- जान और औद्योगिक गतिविधियों के चलने से कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैलने लगा हैं।सरकार इस महामारी को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं लोगों तक आवश्यक सामग्री पहुंचाने के साथ ही कोरोना से बचने के लिए लोगों को सैनेटाय़जर ,मास्क और साबून से बार -बार हाथों की सफाई करने के लिए जागरुक अभियान चला रही हैं।इन सब के बावजुद प्रदेश के सरकारी विभाग भी कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं।
राजस्थान का शासन सचिवालय जहां प्रदेश के मंत्री और आईएएस अधिकारी बैठकर प्रदेश के लिए नीतिया बनाते और नियंत्रण करते है वह मंत्री और अधिकारी भी कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं।सचिवालय में अब तक करीब 2 दर्जन अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं. सचिवालय स्थित गृह विभाग, राजस्व विभाग, पंचायतीराज विभाग, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सेंटर, समेत अन्य विभागों में कोरोना घुसपैठ कर रहा है. ग्रामीण पंचायती राज विभाग के दो कार्मिकों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आईएएस अधिकारी वीरेंद्र सिंह बाकावत की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. राजस्व विभाग में कार्यरत एक महिला लिपिक के पिता और भाई की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है. हालांकि, राहत की बात यह है कि पूर्व में जिन कार्मिकों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी बाद में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव भी आ गई थी.
17 जूलाई तक बंद रहेंगे ग्रामीण एवं पंचायती राज विभाग
सचिवालय के लोकायुक्त बिल्डिंग में स्थित ग्रामीण एवं पंचायती राज विभाग के दो कार्मिकों की कोरोना पाँजिटिव आने के बाद अब पंचायती राज विभाग को 17 जुलाई तक के लिए सील कर दिया गया है. विभाग के अधिकारी और कर्मचारी दूरभाष से काम करेंगे और मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे. पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त आयुक्त और संयुक्त शासन सचिव ने आदेश जारी कर दिए हैं. राजस्व विभाग ग्रुप 3 में कार्यरत एक महिला के पिता और भाई की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद ग्रुप 3 को सील कर दिया गया है.