कोरोना पाँजिटिव माँए नवजात को स्तनपान कराने से ना करें इंकार,ऐसा करने से बच्चों में बढ़ सकता हैं खतरा

कोरोना पाँजिटिव माँए नवजात को स्तनपान कराने से ना करें इंकार,ऐसा करने से बच्चों में बढ़ सकता हैं खतरा

कोरोना महामारी पूरी दुनिया में फैल चुका हैं इस वायरस ने अबतक 3 लाख से अधिक लोगों की जान ले चुका हैं और 54 लाख लोग इस वायरस की चपेट में हैं।भारत में भी यह वायरस अपना तांडव दिखा रहा हैं हर रोज 5 से 6 हजार लोग इस वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।जिससे भारत में कुल संक्रमितों की संख्या डेढ़ लाख से अधिक और चार हजार से ज्यादा मौते हो चुकी हैं।ये वायरस हर आयु वर्ग के पुरुष और महिला को भी अपनी चपेट में ले रहा हैं।नवजात को दुध मिलाने वाली महिलाए भी इस वायरस के शिकार हो रही हैं।इस कारण से वे अपने बच्चों को दुध इस लिए नहीं पिला रही है कि कही दुध पिलाने से बच्चे भी इस वायरस का शिकारन हो जाएगा।इस डर से महिलाए अपने बच्चे को अपना दुध नहीं पिला रही हैं।लेकिन

एक रिपोर्ट के मुताबिक, वायरस के डर से रोकने की कोई जरूरत नहीं है. अब तक ब्रेस्ट मिल्क के जरिए वायरस फैलने का एक भी मामला सामने नहीं आया है. यहां तक कि जो मां कोविड-19 से संक्रमित हैं, या जिनमें इसके लक्षण हैं, वह भी बच्चे को आराम से ब्रेस्टफीडिंग करा सकती हैं.

दुनियाभर में ब्रेस्टफीडिंग के महत्व को लेकर जागरुकता की बहुत कमी है. WHO की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में 6 माह तक के केवल 41% बच्चों को ही ब्रेस्टफीडिंग कराई जाती है. डब्ल्यूएचओ के सभी सदस्य देशों ने इस आंकड़े को 2025 तक 50 फीसदी करने का लक्ष्य रखा है.

और पढे़:विश्व में तेजी से फैल रहा कोरोनावायरस,इटली सबसे प्रभावित, WTO ने जारी किया आँकड़े

कोरोना महामारी के बीच ब्रेस्टफीडिंग कराते समय मां बरतें ये सावधानियां

बच्चे को छूने से पहले अपने हाथ साबुन या अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर से धोएं.

बच्चे को गोद में लेकर ब्रेस्टफीडिंग कराते समय मास्क लगाकर रखें.

खांसी या कफ होने पर अपने साथ टिश्यू रखें.

टिश्यू का इस्तेमाल करते ही इसे डिस्पोज करके दोबारा हाथ धोएं.

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