कोरोना महामारी में देश दुनिया लाँकडाउन में हैं।लोगों को कोरोना जैसे खतरनाक वायरस से बचने के लिए अपने-अपने घरों में रहने के लिए कहा गया हैं और घरों की लक्ष्मण रेखा को लांगने से शख्त मना किया गया हैं। इस संकट की वजह से लगभग देश की सभी गतिविधिया बदं पड़ी हैं जिसका खामयाजा औद्योगिक प्रतिष्ठानों और ट्रैवल्स कंपनियों को उठाना पड़ा रहा हैं क्योंकि लोगों के घरों में कैद होने से न तो कही आ सकते हैं न ही कही जा सकते हैं और उत्पादिक माल को लेने वाले भी कोई नहीं इस वजह से इस प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियो को वेतन देने के लिए औद्योगिक ईकाईयों और ट्रेवल्स कंपनियों के पास पैसा नहीं होने से अपने यहा काम करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है।
देश में आंनलाइन कैब बुकिंग करने वाली दो सबसे बड़ी कंपनी ओला और उबर इंडिया नें कोरोना संकट के चलते घाटा होने से अपने कर्मचारियों की संख्या में 1400 व 600 की कटौती करने की बात अभी हालहि में किया हैं।
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ये कहा उबर इंडिया के अध्यक्ष प्रदीप परमेश्वरण ने
उबर इंडिया के अध्यक्ष प्रदीप परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका की कंपनी उबर ने दुनिया भर में 3700 कर्मचारियों की छंटनी करने की बात कही थी इसी वजह से भारत में जो कर्मचारियों की छंटनी की गई है, यह उसी का एक हिस्सा है.
TVS कंपनी ने कर्मचारियों के वेतन में की 20 प्रतिशत की कटौती का किया ऐलान
देश की तीसरी सबसे बड़ी दोपहिया टीवीएस मोटर कंपनी ने कोरोना संकट की वजह से कंपनी ने छह महीने की अवधि के लिए अपने कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत तक की कटौती की है. कंपनी ने इस साल मई से अक्टूबर तक शुरुआती स्तर के कर्मचारियों को छोड़कर कार्यकारी स्तर पर वेतन कटौती का फैसला किया है.
बीते दिनों ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी स्विगी और जोमैटो ने भी छंटनी का ऐलान किया था.