कोरोना संटक से जुझ रही अर्थव्यवस्था में जान फुंकने के लिए बाजार में 50 हजार नगदी फ्लो,रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने की घोषणा

RBI changes the rules for debited and credit cards from ATMs, will start from 30 September 2020

देश-दुनिया में कोरोना ने सभी को संकट में डाला हैं।इस संकट के चलते देश -दुनिय़ा की अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर पड़ा हैं बताया जा रहा हैं कि भारत और चीन की अर्थव्यवस्था ही इस संकट में बच पायेगी इसके आलावा दुनिया की अर्थव्यवस्था में जरबरजस्त उथल-पुथल रहने की संभावना हैं।इसी के चलते आज RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक प्रेस काँफ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि कोरोना वायरस संकट की वजह से अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ेगा। इसी लिए कोरोना वायरस महासंकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए शुक्रवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से बड़े ऐलान किए गए. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती का ऐलान किया, इसी के साथ बाजार में नकदी संकट ना आए इसके लिए भी 50 हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त इंतजाम की बात कही.़

और पढ़े:कुछ जोकरों की वजह से ये बीमारी इतनी ज्यादा फैल गई है और लॉकडाउन को बढ़ाया गया वरना तो सबकुछ कब का ठीक हो चुका होता:सलमान खानठ।,ा3ै 

RBI की ओर से रिवर्स रेपो रेट में कमी करने से सीधी मदद आम लोगों को पहुंच सकती है, इस ऐलान से बैंकों के पास ज्यादा पैसा उपलब्ध होगा. ऐसे में बैंक आम आदमी को कर्ज दे सकेंगे. ऐसे में इस ऐलान के बाद बैंकों पर कर्ज पर ब्याज दर कम करने का दबाव होगा.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में RBI गवर्नर ने कहा कि कोरोना संकट के बीच बैंक सभी हालात पर नजर रखे हुए है, कदम-कदम पर फैसले लिए जा रहे हैं. कोरोना संकट की वजह से जीडीपी की रफ्तार घटेगी, लेकिन बाद में ये फिर तेज रफ्तार से दौड़ेगी.

रिजर्व बैंक की ओर से बड़ी राहत देते हुए रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की गई है, इसी के साथ अब ये 3.75 फीसदी हो गई है. RBI गवर्नर की ओर से कहा गया कि बैंक की ओर से लगातार इस तरह के ऐलान किए जाएंगे, जो तबके हालात के आधार पर होंगे.

यह भी पढ़े:सिर्फ वैक्सीन ही कोरोना से बचा सकता हैं:संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुतेरस

क्या-क्या कहा RBI गवर्नर ने डालते हैं एक नजर:

  • नकदी संकट को दूर करने के लिए बैंक की तरफ से बाजार में 50 हजार करोड़ रुपये का इंतजाम किया जाएगा, ताकि नकदी में किसी तरह की कमी ना आए.
  • RBI गवर्नर की ओर से कहा गया कि बैंकों की ओर से कर्ज मिलने में आम आदमी को कोई दिक्कत नहीं आएगी.
  • इसके अलावा बैंक की ओर से नाबार्ड, एनएचबी, एनबीएफसी समेत अन्य क्षेत्रों में भी 50 हजार करोड़ की अतिरिक्त मदद दी जाएगी, ताकि नीचे तक मदद पहुंच सके.
  • इसके अलावा बैंक की ओर से नाबार्ड, एनएचबी, एनबीएफसी समेत अन्य क्षेत्रों में भी 50 हजार करोड़ की अतिरिक्त मदद दी जाएगी, ताकि नीचे तक मदद पहुंच सके.
  • शक्तिकांत दास ने कहा कि IMF ने इस बात का अनुमान लगाया है कि दुनिया में सबसे बड़ी मंदी आने वाली है, जो कि खतरे की घंटी है. कई देशों में आयात और निर्यात में भारी गिरावट देखने को मिली है.

जी-20 देशों में भारत की स्थिति सबसे बेहतर

कोरोना संकट की वजह से भारत की GDP 1.9 की रफ्तार से बढ़ेगी, G20 देशों में ये सबसे बेहतर स्थिति है. दुनिया में 9 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है. लेकिन जब कोरोना का दौर चला जाएगा तो भारत की जीडीपी एक बार फिर 7 से अधिक की रफ्तार से बढ़ेगी.

शक्तिकांत दास ने कहा कि इस संकट के बीच भी कृषि क्षेत्र टिकाऊ है, हमारे पास बफर स्टॉक है. उन्होंने कहा कि इस साल मॉनसून की बारिश अच्छा रहने का अनुमान है, फरवरी में ट्रैक्टर की बिक्री में अच्छी बढ़त हुई थी.

.

About The Author

Related posts

Leave a Reply