देश की बेटियों को इंसाफ,निर्भया के चार दोषियों को फांसी,डांक्टरों ने की मौत की पुष्टि

16 दिसंबर 2012 ये वो तारीख है जिसे शायद ही कोई भूला हो। इतिहास के काले पन्नों में दर्ज इस तारीख ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इसी दिन घटी थी इंसानियत को शर्मसार करने वाली वो वारदात जिसने सड़क से संसद तक ही नहीं बल्कि देश और दुनिया में तहलका मचा दिया था। हम बात कर रहे हैं निर्भया गैंगरेप की। बलात्कार का ये माला साल 2012 से 2020 तक आ पहुंचा है और दोषियों की सजा पर सुनवाई भी जारी था।

  आज का दिन भारत की बेटियों के लिए एक यादगार दिन है जो लंम्बे समय से निर्भया कांड के गुनाहगारो को फांसी की सजा पर निरंतर बहस और टालमटों चल रहा था।लेकिन आज निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले के चारों दोषियों मुकेश सिंह 32,पवन गुप्ता 25,विनय शर्मा26,अक्षय कुमार सिंह31 को शुक्रवार आज की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दे दी गई।इस चार दोषियों को फांसी दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में दि गई। बताया गया तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल की देखरेख में फांसी दी गई. मिली जानकारी के अनुसार चारों दोषियों ने फांसी से पहले ना कुछ खाया और ना नहाया. चारों दोषियों को पवन जल्लाद ने फांसी दी. चारों दोषियों के मौत की आधिकारिक पुष्टि तिहाड़ जेल में मौजूद डॉक्टरों ने की.फांसी के दौरान तिहाड़ में जेल और अन्य अधिकारी मौजूद रहे. दोषियों को 15 लोगों की टीम की निगरानी में फांसी दी गई. मिली जानकारी के अनुसार फांसी देने के बाद आधे घंटे तक उन्हें तख्ते पर ही लटकाये रखा गया. इसके बाददोषियों का पोस्टमार्टम दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में होगा.दोषियों को फांसी दिये जाने के बाद निर्भया के मां आशा देवी ने कहा कि ‘आखिरकार उन्हें फांसी पर लटका दिया गया

. निर्भया की मां आशा देवी ने किया खुशी का इजहार :

निर्भया की मां न खुशी का इजहार करते हुए कहा कि आखिर कार गैंगरेप और हत्या के चारो आरोपियों को फांसी पर लटका दिया गया।उन्होने कहा कि आज का दिन हमारी बच्चियों के नाम ,हमारी महिलाओं के नाम, क्योंकि आज के दिन निर्भया को न्याय मिला हैं। मैं न्यायपालिका, राष्ट्रपति, अदालत और सरकारों का आभार व्यक्त करती हूं.’ आशा देवी ने कहा कि इस मामले के बाद कानून की खामियां भी बाहर आईं. फिर भी न्यायपालिका पर हमारा विश्वास बरकरार है. बताया गया कि चारो दोषियों को फांसी देने वाले पवन जल्लाद को 60,000 रुपये दिये जाएंगे.

आज के दिन की व्याख्या नहीं,निर्भया के पिता:

निर्भया कांड के चारों दोषियों को आज फांसी देने के बाद निर्भया के पिता ने कहा कि आज के दिन की कोई व्याख्या नहीं की जा सकती क्योंकि आज का दिन सिर्फ निर्भया का ही नहीं बल्कि हर महिला,बच्ची का दिन हैं। आज के दिन की व्याख्या नहीं की जा सकती.

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