चीन को पूरी दुनिया में कोरोना वायरस जान बुझकर फैलाने और जानकारी छुपाने का आरोप लगाते हुए खफा हैं।कई देश तो खुलकर चीन का विरोध कर रहे हैं कि वह समय रहते हुए इस बात की जानकारी दे दिया होता तो इस महामारी को फैलने से रोका जा सकता था लेकिन समय रहते जानारी न देने से पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में हैं। इस वायरस कीचपेट में जो भी देश आया हैं वह सिर्फ अपने नागरिकों की ताशे गिने रहे हैं।उनके पास इस बीमारी से लड़ने के लिए को कारगर हथियार नहीं दिखाई दे रहा हैं।इस वायरस ने सबसे ज्यादा तबाही यूरोप के देशों इटली ,फ्रांस.जर्मनी ,स्पेन किया है। उसके बाद अमेरिक में इस वायरस ने तबाही मचा रहा हैं।इस तरह तबाही मचा रहा कोरोना वायरस से सभी देश गहरे संकट में फंसे हुए हैं।इसकी के चलते जर्मनी ने चीन से कोरोना वायरस से हुए नुकासन की भरपाई करने की मांग की है।इसके साथ ही जर्मना ने कोरोना पर हुए खर्च का बिल भी चीन को भेजा हैं तो अमेरिका ने जांच टीम भेजने को तैयार बैठा है.
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जर्मनी ने चीन को 149 बिलियन यूरो का बिल भेजा है, ताकि कोरोना वायरस से हुये नुकसान की भरपाई की जा सके. इसमें 27 बिलियन यूरो टूरिज्म से हुये नुकसान, 7.2 बिलियन यूरो फिल्म इंडस्ट्री, जर्मन एयरलाइंस और छोटे बिजनेस को हुये 50 बिलियन यूरो के नुकसान का बिल चीन को भेजा गया है.
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. जर्मनी में अब तक करीब डेढ़ लाख कोरोना केस आ चुके हैं और यहां 4500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना प्रभावित देशों में अमेरिका, इटली, स्पेन और फ्रांस के बाद जर्मनी पांचवें नंबर पर है. यानी जर्मनी में भी कोरोना ने भारी तबाही मचाई है. इस तबाही से गुस्साए जर्मनी ने चीन से हिसाब चुकता करने के लिये कहा है.
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर चीन कोरोना वायरस फैलाने का जिम्मेदार पाया गया तो उसे याद रखना चाहिये इसके नतीजे इसे भुगतने पड़ेंगे. हालांकि, चीन की तरफ से बार-बार सफाई दी जा रही है. यहां तक कि वुहान की जिस लैब को लेकर आरोप लग रहे हैं, उसके इंचार्ज भी ये कह चुके हैं कि इस वायरस को बनाया नहीं जा सकता है.
बहरहाल, चीन सबके घेरे में है. खासकर, यूरोप और अमेरिका के निशाने पर चीन है, जहां इस जानलेवा वायरस ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है. पूरी दुनिया में कोरोना की वजह से 1 लाख 65 हजार से ज्यादा जान गई हैं और इनमें से एक लाख से ज्यादा मौत यूरोपीय देशों में हुई है. वहीं, ब्रिटेन भी चीन की भूमिका से साफ तौर पर इनकार नहीं कर रहा है. ऐसे में कोरोना का केंद्र रहा चीन अब दुनिया के निशाने पर आता जा रहा है.