कोरोना वायरस देश ही नहीं दुनिया में भी तेजी से फैल रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा है कि देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1553 नए केस सामने आए हैं. इस दौरान 57 लोगों की मौत हुई है. जबकि कुल मामलों की संख्या बढ़कर 24,506 हो गई है. देश में कोविड-19 संक्रमण के चलते अब तक 775 मौतें हुई हैं. यह वायरस हर उम्र के लोगों को चपेट में ले रहा है. खासकर पुरुषों में इस वायरस का संक्रमण महिलाओं की तुलना में ज्यादा तेजी से फैल रहा है. इसके बावजूद महिलाएं भी इस संक्रमण से काफी हद तक प्रभावित हैं. खासकर कुछ गर्भवती महिलाओं को भी इस बीमारी ने अपनी चपेट में लिया है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या गर्भ में पल रहे शिशु में भी यह बीमारी फैल सकती है?
और पढ़े:शराब व स्मोकिंग करने वाले लोगों को कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा:WHO
क्या कहते हैं डॉक्टर
स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉक्टर सोनिया चावला ने न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहा, ‘प्रेग्नेंट लेडिज में यह बीमारी कम देखी जा रही है. फिलहाल इस बात के कोई सुबूत नहीं मिले हैं कि गर्भ में पल रहे शिशु में भी कोरोना वायरस प्रवेश करता है. हां यूके में एक-दो मामले इस तरह के जरूर सामने आए हैं. गर्भ के समय महिलाओं का एम्यून सिस्टम थोड़ कमजोर हो जाता है, लेकिन बॉडी के अंदर एंटी बॉडी एम्यून सिस्टम डेवलप हो जाता है, जिससे बच्चे तक यह वायरस नहीं पहुंच पाता है. हां, डिलेवरी के बाद अगर डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया तो इस वायरस की चपेट में नवजात आ सकता है. इस बात के भी अब तक कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोराना वायरस ब्रेस्ट मिल्क से फैलता है. इस लिहाज से बच्चे को मां का दूध देना ही चाहिए, लेकिन सतर्कता बरतते हुए.’
गर्भवती महिलाओं के बच्चे पर कोरोना का प्रभाव कितना
डॉक्टरों का कहना है कि इस वायरस से बचने का एकमात्र उपाय है सतर्कता बरतना. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इस वायरस के फैलने का खतरा अधिक रहता है. इस लिहाज से देखें तो गर्भवती महिलाएं भी इससे अछूती नहीं हैं, लेकिन हाल ही में एक रिसर्च में पता चला है कि गर्भवती महिलाओं से शिशु में इस वारयस के फैलने की आशंका बहुत कम है.
यह भी पढ़े:24 घंटे में 1684 नये केस,देश में कुल मामले बढ़कर 23077
दूसरी ओर डब्ल्यूएचओ (WHO) ने साफ किया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित महिलाओं द्वारा नवजात शिशुओं को भी स्तनपान कराने से अभी तक किसी तरह का खतरा नहीं देखा गया है. इसलिए जो महिलाएं बच्चों को स्तनपान कराना चाहती हैं, वे करा सकती हैं. हालांकि इसके लिए कुछ विशेष बातों को जरूर ध्यान रखना होगा.
गर्भवती महिलाओं में कितने मामले
देश में अब तक दो ऐसे मामले सामने आए हैं जब कोरोना से संक्रमित गर्भवती महिलाओं ने बच्चे को जन्म दिया है. रांची के हिंदीपीढ़ी में एक गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म दिया है. वहीं आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (एसएन मेडिकल कॉलेज) में भी सोमवार को एक गर्भवती पॉजिटिव मरीज ने बच्चे को जन्म दिया है. दोनों जगहों के अस्पताल प्रशासन ने नवजात बच्चों का नमूना लेकर कोरोना वायरस की जांच के लिए भेजा है. इस रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद भारत में इस रहस्य पर पर्दा उठ सकता है. वहीं सोमवार को उत्तर प्रदेश के ही नोएडा में भी एक गर्भवती महिला डॉक्टर में कोरोना की पुष्टि हुई है.