राज्य कोरोना वायरस से लाँकडाउन के कारण बंद हैं।कुछ गतिविधियों को छोड़कर शेष गतिविधि बंद पड़ी हैं।लोगों को घरों से निकलने पर पाबंदी हैं कोई न तो खुलकर बाहर निकल सकता हैं न ही कोई समान खरीद सकता हैं।जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा हैं उनके फसलों और सब्जियों के भाव नीचे चले गये हैं वास्तविक मूल्य नहीं मिलने से किसान परेशान हैं क्योंकि उनको खरीदने वाला कोई नहीं मिलने से भाव गिर गये हैं।दुसरी तरफ प्रदेश में टिड्डियों के प्रवेश से किसानों में फसलों के नुकसान होने का डर लगने लगा हैं।टिड्डियों के जयपुर जिले में आने से फसल् नुकसान होने लगी हैं।टिड्डियों से फसलों को नुकसान होने से बचाने लिए कृषि मंत्री गुलाचंद कटारिया ने जयपुर जिले के हरमाडा कस्बें के सरनाडुंगर में केमिकल का छिड़काव कर वाया जिसे टिड्डि शहर की तरफ आ गई और चांदपोल, किशनपोल बाजार, सी स्कीम सहित कई स्थनों पर मंडराने लगी।इन स्थानों में आने से पेड् पौधों ,बाजरों और मूंगफली की फसलों को नुकसान पहुंचाया।
धौलपुर जिला टिड्डी आक्रमण के खतरे से प्रभावित जिला घोषित
राजस्थान कृषि विभाग ने सूचना और फीडबैक के आधार पर पाया हैं कि धौलपुर जिला आने वाले समय में टिड्डियों के आक्रमण से सबसे ज्याजा प्रभावित हो सकता हैं। इस सूचना के आधार पर कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट नें जिले को राजस्थान एग्रीकल्चर पेस्ट एंड डिजीज एक्ट, 1951 के अंतर्गत टिड्डी आक्रमण के खतरे वाला जिला घोषित किया गया है। इस एक्ट के दायरे में आने से जिले में टिड्डी रोकथाम एवं नियंत्राण के लिए यथोचित उपाय किये जाएगे।
कृषि उपनिदेशक डाँ जायश्कर शर्मा ने बताया कि जिले में टिड्डियों के आने की संभावना को देखते हुए सभी तैयारी कर ली गई हैं।उन्होंने कहा कि 20 ट्रेक्टर स्वचालित स्प्रे,6 टेंकर पानी,400 लीटर कीटनाशक रसायन का प्रबंध कर लिया गया हैं।