चीन द्वारा कोरोना वायरस जान बुझकर और सही जानकारी न देकर दुनिया भर में कोरोना फैलाने का आरोप झेल रहा हैं।चीन को लेकर सभी देश नाराज हैं और कह रहे हैं कि चीन ने जान बुझकर कोरोना को फैलाया हैं फ्रांस ,आस्ट्रेलिय,ब्रिटेन और अमेरिका ने चीन पर आरोप लगया हैं कि वह वुहान के नेशनल लैब में कोरोना वायरस बना रहा था उसी लैब से ये वायरस लीक होकर लोगों में फैल गया और हजारों की संख्या में मौत हुई।जिसकी पूरी दुनिया के देश मिलकर वुहान लैब की जांच की मांग की हैं।इस बात से परेशान चीन ने पूरी दुनिया का ध्यान कोरोना की तरफ से हटाने के लिए भारत के लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय जमीन पर अतिक्रमण करने के लिए सीमा विवाद को जन्म दिया हैं।
लद्दाख में चीन के साथ लगने वाली करीब 3,500 किमी लंबी सीमा के रणनीतिक महत्व के क्षेत्रों में भारत अपनी ढांचागत विकास की परियोजनाओं के अन्तर्गत सडक निर्माड़ का काम कर रहा था जिसको लेकर चीन ने ऐतराज जताते हुए उसके सैनिक सड़क निर्माड़ कार्य को रोक दिया इस बता को लेकर भारत और चीन के सैनिक आपस में लड़ गये। इस घटना में भारतीय और चीनी पक्ष के 100 सैनिक घायल हो गए थे. 9 मई को उत्तरी सिक्किम में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी.
यह विवाद इतना बढ़ गया हैं दोनों देशों की सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारी संख्या में अपनी-अपनी सेनाओं की तैनाती कर रही हैं।दोनों सेनाओं के बीच युद्ध जैसा हालात को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीच इस सीमा विवाद में मध्यस्थता कराने की इच्छा जताई है.
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पीएम मोदी ने की थी बैठक
वहीं पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच तनाव बढ़ने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की. इसमें बाहरी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की सैन्य तैयारियों को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया.
मंगलवार को पीएम मोदी संग बैठक से पहले तीनों सेना प्रमुखों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पैंगोंग सो झील, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी की स्थिति के बारे में जानकारी दी थी. जहां पिछले करीब 20 दिनों से भारत और चीन के सैनिक आक्रामक रूख अपनाये हुए हैं.