लद्दाख बाँर्डर के गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा घुसपेट कर भारतीय सीमा में अतिक्रमण करने की कोशिश के कारण उत्पन्न हुआ विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा हैं।6 जून को दोनों देशों के सेना कमांडरों के बीच हुआ समझौते से यह निर्णय निकला कि दोनों सेनाएं अपने स्थान से एक-एक किलोमीटर पीछे खिस जायेंगी।लेकिन चीनी सेना द्वारा समझौते का उल्लंखन करने पर 15 जून की रात दोना सेनाओं के बीच अचानाक हिंसक झड़प हुआ जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गये।वही इस झड़प में चीनी सेना के भी 43 जवानों को मार गिया गया।जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई हैं।
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दोनों देशों में टक्कराव को कम करने के लिए कई स्तर की बातचीत चल रही हैं लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल कर आया हैं।ऐसी सथिति में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर युद्ध जैसे हालात दिखने लगे हैं. भारतीय सेना पहले से ही अलर्ट पर है और अब सारे हथियारों और सैनिकों को सीमा पर लगातार तैनात किया जा रहा है। लद्दाख की सीमा पर आर्टिलरी गन, हवाई निगरानी रडार, फ्रंटलाइन फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर भेजे जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि लद्दाख की सीमा पर करीब 45 हजार सैनिक तैयार किए जा रहे हैं.
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उधर चीन की सेना भी LAC पर अपनी ताकत बढ़ा रही है. कहा जा रहा है कि चीन ने भी सैनिक, टैंक, मिसाइल और लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिए हैं. इसके अलावा चीन भारत की सीमा में इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि चीन ने पैसौंग सो में फिंगर 4 के पास हेलिपैड भी तैयार कर लिया है.