राजस्थान कभी देश के नक्शे पर कोरोना संक्रमण को नियंतरित करने के लिए अपनाये गये मांडल की वजह से देश -दुनिया में चर्चित हुआ था।लेकिन सरकार और प्रशासनिक कर्मचारियों की लपरवाहियों की वजह से कोरोना संक्रमण से ध्यान हटाने के कारण अब संक्रमण में तेजी देखी जा रही हैं यही कारण है कि जुलाई के प्रथम सप्ताह से ही कुछ चुनिंदा जिलों में कोरोना सक्रंमण के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. यदि कोरोना प्रभावित जिलों को देखें तो इनमें जोधपुर, अलवर, पाली, भरतपुर, बीकानेर और अजमेर जिले सबसे आगे हैं. जोधपुर में अब तक 6311 और जयपुर में 4954 पॉजिटिव आ चुके हैं. जबकि अलवर में 3161, भरतपुर में 2392, पाली में 2412, बीकानेर में 1789 और अजमेर में अब तक 1596 पॉजिटिव सामने आए हैं.
रिकवरी रेट में 5 प्रतिशत की कमी
कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही राजधानी जयपुर में रिकवरी रेट भी गिरी है. 15 जुलाई को रिकवरी रेट 78.70 थी जो कि 27 जुलाई को 73.89 पर आ गई. जयपुर शहर में अब तक 4954 पॉजिटिव मिल चुके हैं. इनमें से 182 की मौत हो चुकी है और 3661 रिकवर व इतने ही डिस्चार्ज होचुके हैं.
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इन से फैल रहा संक्रमण
राजधानी जयपुर के सीएमएचओ प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना और मास्क का उपयोग नहीं करने से संक्रमण तेजी से बढ़ा है. डॉ शर्मा ने कहा कि चूंकि अब लॉकडाउन नहीं है, ऐसे में बिना लक्षण वाले लोग भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाते हैं तो उनके संपर्क में आने वाले लोग पॉजिटिव हो रहे हैं. इससे बचने के लिए सबसे जरूरी है बचाव के नियमों का पालन लॉकडाउन पीरियड की तरह ही किया जाए.