जयपुर। एक बहुत हीं पुरानी कहावत है, “जाके राखे साईंया मार सके न कोए” इसी कहावत को चरितार्थ करते हुए पुणे में एक घटना घटित हुई है। पुणे के किसी सुनासान जगह पर दो लोग बाईक से आए और नवजात को जमीन में गाड़ने लगे। गाड़ने के दौरान बच्चा जोर-जोर से रोने लगा तो खेत के बगल में रह रहे किसानों ने आवाज सुनी और फौरन उस जगह की ओर दौड़ा जिसे देखकर दोनों लोग बच्चा को जमीन में अधा गड़े हुए छो़ड भाग खड़े हुए।
किसानों ने पहुंचकर बच्चा को जमीन से निकाला औऱ उसे हास्पिटल ले गए जहां उसकी हालत स्थिर व खतरे से बाहर बताई जा रही है। वहीं पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले को तहकिकात कर रही है।
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गुरुवार को पुणे से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। जहां दो लोग नवजात शिशु को जिंदा गाड़ने की कोशिश कर रहे थे। आरोपी बच्चे को जमीन में आधा गाड़ भी चुके थे, लेकिन उसी समय बच्चा रोने लगा, बच्चे की रोने की आवाज सुन किसानों ने नवजात को बचा लिया। आरोपी भाग निकले घटना स्थल पर किसानों ने उन आरोपियों को पकड़ भी लिया था, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले किसानों को धक्का देकर आरोपी फरार हो गए। नवजात को सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर ने कहा नवजात की तबीयत फिलहाल ठीक है,वह अब खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
कुछ सेकंड की देरी में अनहोनी हो जाती
यह घटना पुणे के पुरंदर के अंबोड़ी क्षेत्र की है। किसान ने बताया कि दोनों आरोपी बच्चे को आधा गाड़ चुके थे और अगर कुछ सेकंड की देरी होती तो वह बच्चे को पूरा दफन कर देते। बच्चा मिट्टी में दबने के कारण तेज आवाज में रो रहा था।सासवड़ पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ने बताया- हमें फोन से घटना की जानकारी मिली और हमने एक टीम को मौके पर भेजा। आरोपी बाइक से आए थे,आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरे जब्त कर लिए गए है। उनके जरिए बाइक का नंबर ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल बच्चे की पहचान नहीं हो सकी है।