बिहार मे फिर से सरकारी जनवितरण प्रणाली के दुकान पर काला धंधा की शुरुआत ……..

बिहार में लगातार जनवितरण की दुकान पर काले धंधे की खबर आती रहती है लालू की सरकार थी तब भी ऐसा होता था जब नीतीश की सरकार है तब भी ऐसा होता है. बिहार की जनता ने उमिद लगाया था की नीतीश की सरकार आएगी तब जन वितरण की दुकान पर राशन का वितरण प्रत्येक महीने होगा परंतु इसका उल्टा हुआ. बिहार के जन वितरण प्रणाली की दुकान पर राशन का वितरण 3 महीने में 1 बार होता है और उनके डायरी पर 3 महीने भरा जाता है इसके कारण बिहार के गरीब परेशान हैं जब बिहार की जनता इस बात का शिकायत थाने में करती है तो उस पर कोई करवाई नहीं होता है क्योंकि थानेदार और जन वितरण प्रणाली के दुकानदार आपस में मिले हुए हैं साथ में बिहार के नेता भी इनके साथ मिले हुए इसलिए इन दुकानदारों पर कोई कार्रवाई नहीं होता है Apna news ने काफी सारे जन वितरण प्रणाली की दुकान पर गए और मालूम किया तो मालूम चला कि सही बात है 3 महीनों में एक बार राशन का वितरण होता है.

 

 

जब Apna news ने बिहार के मुजफ्फरपुर के पारु परखंड के ग्यासपुर के समाजिक कार्यकर्ता संजय शाह से संपर्क किया तो उसने खुलासा किया और साथ में प्रमाण भी दिया कि वहां की जनता काफी परेशान है और वहां पर 2 से 3 महीने में राशन का वितरण 1 बार होता है और जनता की डायरी में 3 महीनों का विवरण मारा जाता है.

वहां का डीलर लालबाबू सिंह जो कि राशन के वितरण की धोखाधड़ी में पकड़े गए. तारीख 07-04-2017 को पारू प्रखंड
के आपूर्ति पदाधिकारी के द्वारा जांच किया गया. जिसमें दलित बस्ती का निर्वाचित वार्ड पार्षद ने डीलर के खिलाफ बयान दिया.
लेकिन पारू प्रखंड की आपूर्ति पदाधिकारी के द्वारा दबा दिया गया. आगे की तरफ कोई करवाई नहीं हुई. डीलर और आपूर्ति पदाधिकारी की मिलीभगत थी. दलित बस्ती में नेता सिर्फ एक बार वोट मागने के लिए आते हैं उसके बाद उनका वहां आना जाना नहीं होता है आप इनसे अंदाज लगा सकते हैं कि बिहार में कोई किसी का नहीं सुनता है.

पारू प्रखंड पदाधिकारी महोदय को देख लिजिए कैसे इतना बड़ा अनियमितता होने के बाद भी क्लीन चिट दे दिया गया ।

About The Author

Related posts