सेना में शामिल बिहार के जवान अवनीश सिंह, सियाचिन में ठंड के कारण शहीद हुए. गौरतलब है कि सियाचिन में ठंड इस वक़्त अपने चरम पर है और तापमान माइनस पचास डिग्री तक गिर जा रहा है. अवनीश सिंह सियाचिन में अशोक पॉइंट पर तैनात थे. माइनस पचास डिग्री तापमान में लगातार सेवाएं देने के दौरान अवनीश सिंह को पहले सर दर्द की शिकायत हुई उसके बाद उन्हे हृदय की गति धीमी पड़ गई. हार्ट कोलेप्स के बाद उन्हे चंडीगढ़ के एक आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पांच दिनों तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद उन्होने अपना दम तोड़ दिया.
गौरतलब है कि अवनीश सिंह का शव जब पटना हवाई अड्डे पर पहुंचाया गया तब उस वक़्त नीतीश सरकार का कोई भी अधिकारी वहां मौजूद नहीं था. अवनीश सिंह को गार्ड ऑफ होनर दिए जाने के दौरान कोई भी बड़ा अधिकारी या मंत्री वहां मौजूद नहीं था. यह काफी दुखद और आलोचनीय है. शहीद अवनीश सिंह के रिश्तेदार कैप्टन साकेत ने इस विषय पर बयान देते हुए कहा कि सरकार का यह रवैया क्षोभनीय है. उन्होने आगे कहा कि फौज में हम अपने दम पर जाते हैं और वहां जाकर हम अपनी जान की परवाह तक नहीं करते, वहीं सरकारे शहीदों को सम्मान देने तक से कतराती हैं. उन्होने आगे कहा कि उम्मीद थी कि सरकार का कोई अधिकारी या मंत्री वहां पहुंचेगा, पर इसके उलट वहां पर कोई भी मौजूद नहीं था. हालांकि शहीद जवान के शव को दारापुर भेज दिया गया है.