आए दिन बिहार में अपराधी घटना को अंजाम दे रहे थे और दे रहे हैं. सबसे अहम बात यह है कि प्रशासन हाथ पर हाथ डाल कर बैठी हुई है प्रशासन अपराधियों पर लगाम लगाने में असफल हो रही है अपराधी अपने हाथ पर प्रशासन को घुमा रहे हैं.
मुजफ्फरपुर : दबंगों का ऐसा खौफ कि एक परिवार 15 दिन से घर से नहीं निकल रहा। तीन बच्चे डर की वजह से स्कूल नहीं जा रहे। मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस कार्रवाई घीमी है। पीड़ित परिवार ने आत्मदाह की चेतावनी देते हुए डीजीपी से लेकर उप मुख्यमंत्री तक शिकायत की है। मामला अहियापुर थाना क्षेत्र का है। पारू थाना क्षेत्र के मुल निवासी संजय प्रसाद साह कोल्हुआ पैगंबरपुर के जयप्रकाश नगर में किय॒ए का मकान लेकर बीते कई वर्षों से रहते हैं। इनका जमीन को लेकर दिए गए रुपये का विवाद इसी मोहल्ले के मनीष कुमार के साथ कोर्ट में चल रहा है। इस मामले में समझौता करने के लिए सितंबर 2018 में संजय को धमकी दी गई। बात नहीं मानी तो बीते 25 मार्च को पल्नी के साथ बाजार से लौटते समय रास्ते में मनीष ने साथियों के साथ घेर लिया। पिस्तौल से फायरिंग की, लेकिन गोली मिस कर गई इसके
बाद वे पत्नी के साथ किसी तरह जान बचाकर भागे। अहियापुर थाने में मनीष और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी कराई एसएसपी मनोज कुमार ने कहा कि भूमि विवाद का मामला है। जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
आत्मदाह की चेतावनी : पीड़ित का कहना है कि 15 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से आरोपित लगातार धमकी दे रहे हैं। उनके डर से घर से निकलना मुश्किल हो गया है। वे परिवार के साथ कमरे में बंद रहते हैं। कक्षा छह, तीन में पढ़ने वाली बेटियां और कक्षा दो पढ़ने वाला बेटा डर की वजह से स्कूल नहीं जा रहे। सभी की पढ़ाई छूट गई हैं। पीड़ित ने डीएम और एसएसपी के अलाबा डीजीपी, गृह सचिव और उप मुख्यमंत्री सहित अन्य को शिक्रायत पत्र भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। कार्रवाई नहीं होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है।प्रसाद सिंह ने कहा कि मामला जमीन विवाद का है | प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जारी है।
बिहार का मुजफ्फरपुर आए दिन सुर्खियों में बना रहता है अपराधी के कारण अपराधी मुजफ्फरपुर में दिनदहाड़े गोली मारते हैं और पुलिस कुछ नहीं कर पाती है पुलिस मूकदर्शक बनी हुई रहती है आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती है हाल ही में मुजफ्फरपुर के मेल को दिनदहाड़े गोली मारा गया लेकिन प्रशासन कुछ नहीं कर पाया.