संवाददाता मुजफ्फरपुर: इंसेफ्लाइटिस का कहर मुजफ्फरपुर में रुकने का नाम नहीं ले रहा हैं, धीरे-धीरे यह बिमारी महामारी का रुप लेते जा रही हैं. खबर लिखे जाने तक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 38 बच्चों की मौत हो चूंकि हैं. केंद्रीय मेडिकल अनुसंधान टीम अभी मुजफ्फरपुर में दौरे पर हैं. केंद्रीय मेडिकल टीम ने एसकेएमसीएच का दौरा किया और बताया कि आईसीयू में सुविधा की भारी कमी हैं इसे और बढ़ाने की जरुरत हैं, अगर आइसीयू की सुविधा अच्छी होती हैं तो अधिक बच्चों की जान बचाई जा सकती हैं.
केंद्रीय टीम ने मुजफ्फरपुर के केजरीवाल अस्पताल का भी दौरा किया और वहां भी साफ सफाई, आईसीयू, तथा कुछ जरुरी दवाओं की भी कमी पाई गई हैं. केंद्रीय मेडिकल टीम ने बताया कि यह बिमारी बच्चों में अधपकी लीची खाने तथा डिहाईड्रेशन के कारण अधिक फैल रही हैं.
बच्चों की लगातार हो रहे मौत एवं सरकार की लापरवाही पर लोगों में काफी गुस्सा हैं लोग आंदोलन करने की धमकी दे रहें हैं. इधर राज्य के जाने माने नेता पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन ने मुजफ्फरपुर का दौरा किया, तथा केंद्रीय मेडिकल टीम से एसकेएमसीएच में मुलाकात की और बिमारी के कारण का पता लगाया. फिर बच्चों के उपचारों में हो रही असुविधा के विषय में मेडिकल प्रशासन को बताया, आपको बताते चलें कि पप्पू यादव केजरीवाल अस्पताल में भी गए थे जहां उन्होंने इस बिमारी से भड़े उस अस्पताल का मुआयना किया तथा परिजनों को विश्वास दिलाया कि वे उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करवाएंगे. उन्होंने कहा हैं कि अभी हमने मुजफ्फरपुर के केजरीवाल अस्पताल में इंसेफ्लाइटिस से पीडि़त बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की। यहां स्थिति बेहद भयावह है, मगर इसकी चिंता शासन – प्रशासन व जनप्रतिनिधि किसी को नहीं है। हमारे आंखों के सामने दो बच्चों ने दम तोड़ दिया। यह बेहद कष्टदायक है।
आखिर इन दम तोड़ रहें बच्चों के मौत का जिम्मेदार कौन हैं.