बिहार में हुए ए ई एस के कारण बच्चों की मौत पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे क्या बोल गए?
मंगल पांडे बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री हैं उन्होंने आज विधानसभा सत्र को संबोधित करते हुए 2011 से लेकर 2019 तक ए ई एस के सारे मरीजों के विवरण दिए।उन्होंने बड़ी बेशर्मी के साथ कहां की 2019 में महज 154 बच्चों की मौत हुई है। जो पिछले 9 सालों मे सबसे न्यूनतम मृत्यु दर है।
मंगल पांडे 2011 से लेकर 2019 तक के सारे आँकड़ा बिहार विधानसभा में प्रस्तुत किए। उनके अनुसार 2011 में कुल 944 ए ई एस के मरीज भर्ती हुए थे जिसमें 740 बच गऍ बाकी 204 की मृत्यु हो गई। और इस समय मृत्यु दर 22% रहा। उन्होंने बताया कि 2012 में 1247 मरीज अस्पताल में भर्ती हुए जिसमें 823 बच गऍ।बाकी के काल के गाल मे चले गए। उन्होंने बताया कि पिछले 9 साल में को 5767 ए ई एस के मरीज भर्ती हुए और उसमें से केवल 4144 मरीज ही वापस जिंदा बचे। बाकी के 1623 मरीज मारे गए।
उन्होंने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि 2015 से इस बिमारी के मरीज में काफी गिरावट आया। इस बीमारी से काफी कम लोग ग्रसित हो हुए। पर 2019 में फिर से एक बार पिछले 5 साल के सबसे रिकॉर्ड स्तर पर मरीज भर्ती हुए और मर गए। हालांकि उन्होंने अपनी सरकार की बढ़ाई करते हुए कहा कि सरकार ने इस बीमारी के बाद काफी सुधार काम किए।
उन्होंने बताया कि 12 जिला जहां पर यह बिमारी पाए जाते हैं वहां के सारे अस्पतालों को, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को और जितने भी सरकारी अस्पताल है सारे के सारे अस्पतालों को बीमारी के इलाज में लगाया। तथा अस्पतालों में दवा, नर्स, पानी, सफाई, डॉक्टर इत्यादि सारे बुनियादी सुविधा उपलब्ध करवाएं। उन्होंने आगे कहा कि इन सारे जागरूकता अभियान तथा बचाव कार्यों में कार्य समीक्षा में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रमुख भूमिका निभाएं। उन्हीं के प्रमुखता में यह सारे कार्य संपन्न किए गए।