लगातार चार दिनों से बिहार विधानसभा में विपक्ष के विधायकों द्वारा हंगामा किया जा रहा है। तथा विरोध प्रदर्शन भी किया जा रहा है। तमाम लोगों का मांग है कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को उन बच्चों की हत्या का अभियुक्त बनाते हुए उनको तत्काल रूप से स्वास्थ्य मंत्रालय छोड़ना चाहिए।
हाँलाकी बीते दिनों बिहार विधानसभा में मंगल पांडे जो की बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं ने अपना और सरकार का बचाव करते हुए काफी सारे भाषण किए हैं। उनके और सरकार के बचाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उतर आए। और उन्होंने विधानसभा में जमकर बोला।पर इन लोगों के बात का विपक्ष पर कोई असर नहीं दिख रहा।
सारे दलों का एक साथ मान्ग कर रहे है कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। यह स्वास्थ्य विभाग की एक लापरवाही हीं है जिसके कारण 200 से ऊपर बच्चे की जान चली गई।
मौत का यह सिलसिला अभी पूरी तरह थमा नहीं है बल्कि थोड़ा सा कम जरूर हुआ है। आए दिनो चमकी बुखार को लेकर बिहार सरकार पर काफी सारे इल्जाम लगते रहे हैं। फिर भी सरकार की तरफ से आधिकारिक रूप से ऐसी कोई कदम नहीं उठाई गई, जिसकी सराहना जनमानस कर सके।
प्रदर्शन कर रहे विधायकों ने हाथों में तख्तियां लेकर तथा सरकार विरोधी नारे लगाकर प्रदर्शन किया। जब पत्रकार उन विधायकों से पूछा कि क्या वास्तव में मंगल पांडे को जिम्मेदारी लेनी चाहिए? उस पर उन लोगों ने कहा की मंगल पांडे को नैतिकता के आधार पर इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने मृत बच्चों के परिजनों का कल्पना करते हुए बताया कि क्या बित रही होगी उस परिवार पर जिसके बच्चे बिना वजह या फिर सरकार की लापरवाही के कारण काल के गाल में चले गए होंगे।
इस मामले में अब तक सरकार की तरफ से कोई भी रुख सामने ना आया है