लाँकडाउन के हटने और अनलाँक-1 के चलते राजस्थान सरकार ने आज से 65000 सरकारी स्कूलों में प्रवेश प्रकिया शुर कर दिया हैं।सरकारी समय के अनुसार विद्यालय सुबह 7.30 बजे खुल गया और नये शैक्षणिक -सत्र शुरु हो गया।लेकिन 1जूलाई से बच्चे स्कूल आयेंगे की नहीं इस बात पर संशय बना हुआ हैं।
स्कूल खुलने और प्रवेश प्रक्रिया शुरु होने के साथ बच्चों के अभिभावक इस बात को लेकर परेशान हैं कि कोरोना महामारी में बच्चे स्कूल कैेसे आयेंगे।अभी तो राजस्थान बोर्ड परीक्षा चल रही हैं और परीक्षाएं खत्म होने के बाद अगले माह नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे.
हर साल 24 जून से शिक्षक स्कूल में आना शुरू हो जाते हैं
शिक्षा विभाग के शिविरा पंचांग के मुताबिक हर साल 24 जून से शिक्षक स्कूल में आना शुरू हो जाते हैं. 1 जुलाई स्टूडेंट्स के लिए तय की हुई है. तय कार्यक्रम के मुताबिक आज बुधवार को सुबह-सुबह शिक्षक अपने स्कूलों में पहुंच गए जहां बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं वहां के शिक्षक परीक्षा खत्म होने के बाद स्कूलों में जाएंगे. शिक्षकों का कहना है कि 40 से 50% शिक्षक गर्मियों की छुट्टियों के बावजूद भी इस बार कोरोना महामारी में ड्यूटी कर रहे थे. स्कूल खुलने के बाद आज वे फिर से ड्यूटी पर लौट आए हैं. इस बार शिक्षकों को गर्मियों की छुट्टियों में भी अवकाश नहीं मिल सका है.
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केंद्र के फैसले का इंतजार कर रहे हैं
शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि हम केंद्र के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि स्कूलों में स्टूडेंट्स आएंगे या नहीं इस पर हमने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है. अगले कुछ दिन में केंद्र सरकार की गाइडलाइन आ सकती है. उसके बाद हम फैसला करेंगे. बकौल डोटासरा हम भी गाइडलाइन बना रहे हैं और यह स्टूडेंट्स के हित में होगी. इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी.