जब हम कैंसर का नाम सुनते हैं, तो हमारे जेहन में स्किन कैंसर, लंग कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और सबसे घातक पैंक्रिएटिक कैंसर का ख्याल आ जाता है। जबकि ल्यूकेमिया भी कैंसर का एक प्रकार है, जो कि कैंसर के कई प्रकारों से अधिक घातक होता है। ल्यूकेमिया को ब्लड कैंसर के नाम से अधिक जाना जाता है। अन्य कैंसर की तरह इस कैंसर के होने के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है कि यह कैसे होता है। ल्यूकेमिया बोन मैरो यानि अस्थिमज्जा में शुरू होता है और इसका कारण श्वेत रक्त कोशिकाओं का असामान्य होना है।
ल्यूकेमिया का पता बोन मैरो बायोप्सी के जरिए किया जाता है। इसके बाद कीमोथेरेपी और विकिरण पद्धित से इसका इलाज किया जाता है। मरीजों को बोन मैरो ट्रांसप्लांट भी किया जाता है।आपको यह जानकर खुशी होगी कि पिछले 5 साल में 57 % लोगों को कैंसर के सबसे घातक प्रकार ल्यूकेमिया से बचाया गया है। इससे लोगों में उम्मीदें बढ़ी हैं कि अब ल्यूकेमिया का इलाज भी संभव है। ऐसे में आज हम आपको ल्यूकेमिया होने के लक्षण बता रहे हैं, जिन्हें जानकर आप इस घातक बीमारी से बच सकते हैं-
ल्यूकेमिया होने के लक्षण:
स्किन पर छोटे डॅाट्स होनाजोड़ों में दर्द
सिरदर्द
थकान
बुखार और संक्रमण