देश के सभी राज्यों में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ रहा है जिसको रोकने की पूरी कोशिश किया जा रहा हैं।देश के प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए तीन बार देश की जनता को संबोधित कर चुके हैं।उन्ही के अवहान पर रविवार 9 अप्रेल की रात 9 बजें 9 मिनट पर देश की जनता को कोरोना को हराने के लिए अपने घरों से दीप जलाकर कोरोना जैसे महामारी से लड़कर भगाने का दृढ़ संकल्प कर वाया।सरकार जानलेवा कोरोना वायरस यानि कोविड-19 से लड़ने केलिए तरह -तरह के संदेश और प्रयास कर रही हैं।
इसी बीच देश के विभिन्न भागों से ऐसी खबर आ रही हैं कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने की जिम्मेदारी जिन डांक्टरों के हाथों में वह इस बीमारी की चपेट में आते जा रहे हैं।चाहे दिल्ली का सफदरगंज हाँस्पिटल हो या विश्व प्रसिद्ध सर गंगाराम अस्पताल और एम्स के साथ राजस्थान के डांक्टर कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं।उनकी सुरक्षा के लिए इस्तमाल में आने वाले मास्क,सेनेटाइजर और पीपीई किट की भारी कमी से जुझ रहे हैं।यदि उनको ये आवश्यक सामग्री नहीं मिलेगी तो वे लोग कैसे संक्रमित लोगों का इलाज कर सकेगे।
ऐसे ही जीवन रक्षक सामग्री नहीं मिलने से मध्य प्रदेश के स्वास्थ विभाग के कई मेडिकल आँफिर कोरोना वायरस की चपेट में आने से संक्रमित हो गये हैं।इस लिस्ट में स्वास्थ विभाग के सीनियर अधिकारी पल्लवी जैन गोविल,स्वास्थ विभाग के अपर संचालक वीणा सिन्हा और हेल्थ काँर्पोरेशन के एमडी जे विजय कुमार का नाम शामिल हैं।स्वास्थ विभाग के 3 बड़े अधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने से मध्यप्रदेश के भोपाल में हड़कंप मच गया हैं।
इन अधिकारियों के संपर्क में 200 लोग आये है जिनके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं मिल पाई हैं जिससे कोरोना वायरस का खतरा बढ़ने का चांस ज्याद हो गया हैं।इस संबंध में न तो सरकार कुछ बता रही हैं न ही कोई अधिकारी ही कुछ बताने को तैयार हैं।इस तरह डाँक्टरों के बिना सुरक्षा के काम करने से उन्हें संक्रमित होने का खतरा रहेगा तो किस प्रकार संक्रमित लोगों का इलाज करा पायेंगे।
यह भी पढ़े:कोरोना के आगे अमेरिका फस्त,24 घंटे में 1169 लोगों की मौत
इसी प्रकार की समस्या से मध्यप्रदेश के पुलिस विभाग भी जुझ रहा है क्योंकि इस राष्ट्रव्यापी लाँकडाउन में सुरक्षा की सारी व्यवस्था उन्हे ही देखनी होती हैं।जगह-जगह चौराहों पर दिन -रात सेवाऐें देते रहने से संक्रमित होने का खतरा बढ़ रहा हैं। हर जगह मुस्तैदी से खड़े ये पुलिसकर्मी इस परिस्थिति का काफी मुश्किल से सामना कर रहे हैं. इन पुलिसकर्मियों के पास मास्क और अन्य जरूरी सामानों की कमी के कारण ये प्रहरी भी इस बीमारी का शिकार बन रहे हैं. बता दें, इंदौर के एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर के कोरोना की चपेट में आने की जानकारी मिली है.