कोरोना कोविड-19 जैसे महामारी के बढ़ते चेन को तोड़ने के लिए लागू किया गया राष्ट्रव्यापी लाँकडाउन जो 14 अप्रैल को खत्म हो रहा समयावधि को बढ़ाने के लिए राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार से सिफारिश की हैं।
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देश के सात राज्यों तेलंगाना ,महाराष्ट्र, राजस्थान, यूपी, असम, छत्तीसगढ़ और झारखंड ने लाँकडाउन बढ़ाने के पक्ष में हैं। इन सात राज्यों में सोमवार रात स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार 1367 मामले पाए गए थे. जो कुल मामलों का एक तिहाई है. इन राज्यों ने सोमवार को इशारा किया कि वह 21 दिन के राष्ट्रीय लॉकडाउन के 14 अप्रैल को खत्म होने के बाद भी कुछ पाबंदियां जारी रखें।
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार सरकार के सूत्रों से पता चला है कि कई राज्य सरकारें और विशेषज्ञय केंद्र सरकार से अनुरोध किया हैं कि वह लाँकडाउन का विस्तार करे।
बता दे कि इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों का कहना हैं कि दिल्ली निजामुद्दीन मरकज में शामिल जमातियों के देश के अनेक राज्यों में जाने से कोरोना वायरस तेजी से फैला हैं ऐसी स्थिति में यह पता लगाना मुश्किल हैं कि ये लोग कहां -कहां गये और इन लोगों के संपर्क में कितने लोग आये अभी सही -सही आंकडों का पता नहीं चल पाया हैं । यदि इन तथ्यों को ध्यान में रख कर 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लांकडाउन की समयावधि को आगे नहीं बढ़ाया गया और 14 अप्रैल को लांकडाउन खोल दिया जाएगा तो कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ सकता हैं।इस खतरे को देखते हुए लांकडाउन को आगे बढ़ाने कि सिफारिश देश के विभिन्न राज्यों से मुख्यमंत्रियो ने केंद्र सरकार से किया हैं।