देश एक तरफ कोरोना जैसे जान लेवा महामारी से जुझ रहा हैं वही दुसरी तरफ आंध्र प्रेदेश के विशाखापट्टनम के एलजी पाँलिमर में गैस रिसाव से 8 लोगों की मौत हो गई जबकि इस जहरिली गैस से 5000 हजार लोगों बीमार हो गये हैं। फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों के लोग इसके शिकार हुए। बताया जा रहा है कि दम घुटने से कुछ लोग दहशत में थे। कुछ को समझ नहीं आ रहा था क भागकर किधर जाएं। अंधेरे में कुछ लोग नाले में जा गिर गये तो कुछ लोगबेहोश होकर सड़कों पर गिर पड़े। कुछ की सांस इतनी फूल रही थी कि मौत आंखों के आगे नाचने लगी। पुलिस को भनक लगी तो फोर्स मौके पर पहुंची और पता चला कि पास की एक केमिकल फैक्ट्री से गैस लीक हुआ है।
और पढ़े:कोरोना से दुनिया में 230,119लोगों की मौत,32 लाख से ज्यादा संक्रमित
रात के करीब तीन बज रहे थे। विशाखापट्टनम के नायडू थोटा इलाके में लोग गहरी नींद के आगोश में थे। अचानक कुछ लोगों का दम घुटने लगता है। सांस लेने में बड़ी तकलीफ होती है। ऐसा लगता है अब जान निकल जाएगी। पहले तो लगा कि कहीं कोरोना वायरस हवा में तो नहीं फैल गया। लोग दहशत में आ गए। जो छतों पर थे, वो घरों में घुस गए। दरवाजे-खिड़कियां बंद कर लिए। जब घुटन कम नहीं हुई तो लोग बदहवास होकर सड़क पर आ गए। खौफ का माहौल ऐसा था कि लोगों को अंधेरे में जिस तरफ जाने को दिखा, वो उधर भाग पड़े। तीन किलोमीटर के इलाके में ऐसी ही बदहवासी का आलम था।
यह भी पढ़े:वर्ल्ड प्रसिद्ध महिला पहलवान का सनसनीखेजे खुलाशा,दो बार बनी बलत्कार का शिकार
प्लांट में बनती है प्लास्टिक
हिंदुस्तान पॉलिमर कंपनी की स्थापना 1961 में हुई। 1997 में कंपनी को साउथ कोरिया के एलजी केमिकल ने टेकओवर कर लिया था और इसे LG Polymers नाम दिया था। प्लांट में प्लास्टिक बनाने का काम होता है