लाँकडाउन में देश के विभिन्न भागों में फंसे श्रमिक मजदूरों के लिए केन्द्र सरकार ने उनके गृह जिलों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए सभी राज्यों से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई।पहली स्पेशल श्रमिक ट्रेन हैदराबाद से झारखण्ड के लिए चलाई गयी थी।उसके बाद से निरंतर श्रमिक स्पेशल ट्रेन चल रही हैं।वही पुणे से प्रयागराज आ रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में यूपी के मजदूर की मौत हो गई है। वह गोंडा का रहने वाला था। सतना के मझगांव रेलवे स्टेशन पर उसके शव को उतारा गया।
ट्रेन से मजदूर के शव को उतारने के लिए भी कोई तैयार नहीं था। सतना रेलवे स्ट्रेशन से ट्रेन छूटने के बाद उसे पश्चिम मध्य रेलवे के मझगंवा स्टेशन पर रोका गया। जहां जीआरपी, आरपीएफ, जिला पुलिस बल और चिकित्सा दल की मौजूदगी में शव को ट्रेन से उतारा गया।
ट्रेन में मजदूर की मौत से हजारों मजदूरों में दहशत का माहौल था। पुलिस कोरोना संक्रमण के डर से ट्रेन की बोगी में प्रवेश नहीं कर रही थी। मीडिया में जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें साफ दिख रहा है कि दूसरे मजदूर ही अपने साथी का शव उतार रहे हैं और पुलिस प्लेटफॉर्म पर खड़ी होकर देख रही है। डर है कि मजदूर की मौत कोरोना की वजह से तो नहीं हुई।
यह भी पढ़े:बिहार का मुजफ्फरपुर जिला आया कोरोना के चंगुल में,3 लोगों में हुई कोरोना की पुष्टि
श्रमिक की पहचान इस रुप में हुई
मृत यात्री की पहचान अखिलेश सिंह राणा पुत्र राम वसामन राणा के रूप में की गई है। वह यूपी के गोंडा जिले का रहने वाला था। ट्रेन में उसके 2 साथी भी सवार थे।