बिहार में बाढ़ से जन जीवन बेहाल हो गया हैं बाढ़ का पानी कई जिलों के गांवों में पहुंचने से गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं जिसके चलते लोग अपने मवेशियों और अपने आपको को सुरक्षित जगहों की तलाश में बांधों और नेशनल हाईवे की तरफ पलायन करते हुए देखा जा रहा हैं।बाढ़ से बिहार के 16 जिले के 77,77,056 आबादी प्रभावित हुई हैं वहंहि बाढ़ के पानी की चपेट में आने से 25 लोगों की जान जा चुकी हैं।बाढ़ के पानी से दरभंगा जिले के सबसे अधिक 11लोगों की मौत बाढ़ में डुबने से हुई, मुजफ्फरपुर में छह, पश्चिम चंपारण में चार और सारण व सिवान में दो-दो लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा बाढ़ की वजह से अब तक75 मवेशियों की भी मौत हो चुकी है.
और पढ़ेःबिहार में बाढ़ से 70 लाख आबादी प्रभावित,23 लोग की जा चुकी हैं जान
ये 16 जिले हैं बाढ़ की चपेट में
बिहार के 16 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा एवं सहरसा जिले के 128 प्रखंडों के 1,282 पंचायतों की 77,77,056 आबादी बाढ़ से प्रभावित है. जबकि यहां से सुरक्षित जगहों पर ले जाए गए 5,47,804 लोगों में से 12,479 लोगों को सात राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. बाढ़ के कारण विस्थापित लोगों को भोजन कराने के लिए 1006 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गयी है जहां 8,17,636 लोगों को भोजन कराया गया है.
यह भी पढ़ेः33 साल पुराना भयावह रिकॉर्ड छूने जा रही है बूढ़ी गंडक, 1987 की बाढ़ की याद कर लोग चिंतित
इन नदियों से हुआ बिहार बेहाल
बिहार के इन जिलों में बाढ़ का कारण अधवारा समूह नदी, लखनदेई, रातो, मरहा, मनुसमारा, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, गंडक, बूढ़ी गंडक, कदाने, नून, वाया, सिकरहना, लालबेकिया, तिलावे, धनौती, मसान, कोशी, गंगा, कमला बलान, करेह एवं धौंस नदी के जलस्तर का बढ़ना है. जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बागमती नदी सीतामढी, मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा में, बूढी गंडक नदी समस्तीपुर एवं खगड़िया में, खिरोई दरभंगा में और घाघरा नदी सिवान में गुरुवार को खतरे के निशान से उपर बह रही हैं. जल संसाधन विभाग के अनुसार विभाग के अंतर्गत सभी बाढ़ सुरक्षात्मक बांध सुरक्षित हैं.