मुजफ्फरपुर संवाददाता: चमकी बुखार से अब तक मुजफ्फरपुर सहित उत्तर बिहार के 28 बच्चों की जान जा चुकी हैं, हमारे संवाददाता ने बताया हैं कि उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल एस० के ०एम० सी० एच सहित अन्य सरकारी तथा नीजी अस्पताल में सैकड़ों बच्चे भर्ती हैं. बच्चों के मौत का कारण चमकी बुखार बताया जा रहा हैं. डॉ बता रहें हैं कि यह बिमारी अत्यधिक गर्मी, उमस तथा लीची खाने से बच्चों में फैल रही हैं.
सिविल सर्जन डॉ शैलेंद्र ने बताया कि इस बुखार में बच्चों के शरीर में ऐंठन, तेज दर्द तथा बुखार लग जाती हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल हर परिस्थिति से लड़ने में सक्षम हैं.
बुखार लगने की सूचना
अगर आपके बच्चे को तेज बुखार आता हैं और लगातार बुखार चहता हैं शरीर में चमकी आने लगता हैं, बच्चे का सुस्त होने लगता हैं, बच्चे का बेहोश हो जाता हैं, दांत पर दांत बैठने लगता हैं, चिउंटी काटने पर शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही हैं इत्यादि. सभी चमकी बुखार के लक्षण हैं.
बचाव के उपाय
इन लक्षणों के पता चलने पर अभिभावक सतर्क रहें…
1. अपने बच्चों को बगीचे में गिरे जूठे फल नहीं खाने दें,
2.सूअर विचरण वाले स्थानों पर नहीं जाने दे ,
3.बच्चों को खाना खाने से पहले साबुन से अच्छी तरह से हाथ धुलाएं,
4.पीने के पानी में कभी हाथ नहीं डालें,
5. नियमित रूप से बच्चों के नाखून काटे एवं हाथ साफ सुथरी रखें,
6. गंदगी व जलजमाव वाले जगहों से दूर रहें,
7.बाल्टी में रखे गये पीने के पानी को हैंडिल लगे मग से ही निकालें.