भारत में धारा 370,CCA,NRC और NRP जैसे गंभीर मुद्दा के बाद तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ हैं।इस वायरस से न केवल इंसान डरा हुआ हैं बलकि सरकार से लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी डरे हुए हैं।कोरोना वायरस के बारे में बताने से पहले यह बताना आवश्यक हो जाता हैं कि इसके लक्षणों को रोका जा सकता है और इससे पीड़ित व्यक्ति को ठीक किया जा सकता हैं।
दुनियाभर में कोरोना वायरस के 90 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 50,000 से ज्यादा मरीजों को अब तक रिकवर किया जा चुका है। भारत सरकार पूरी तटस्थता के साथ कोरोना वायरस से निपटने में लगी हुई है।
भारत में इस समय कुल 28 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि की गई है, जिनमें से 10 भारतीय हैं और 15 इटली के नागरिक हैं। भारत में कोरोना वायरस का मामला सबसे पहले पिछले महीने केरल में पाया गया था, जहां इसके 3 मरीज सामने आए थे। तीनों ही मरीजों को अब ठीक किया जा चुका है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
भारत में कोरोना वायरस की वर्तमान स्थिति?
भारत में कोरोना वायरस के नए मामले तब सामने आए जब इटली से पर्यटकों का एक समूह भारत आया। इन पर्यटकों में एक भारतीय है, जो दिल्ली का रहवासी बताया जा रहा है। इस व्यक्ति में कोरोना वायरस की पुष्टि की जा चुकी है। इसके साथ ही इस व्यक्ति के 6 रिश्तेदारों में भी कोरोना वायरस की संदिग्धता बताई जा रही है। देश में कोरोना वायरस का दूसरा कंफर्म मामला तेलंगाना से सामने आया था, जिसमें इस वायरस की चपेट में आने वाला शख्स दुबई से लौटा था। बताया जा रहा है कि इटली से पर्यटकों का समूह 21 फरवरी को भारत पहुंचा है, जबकि दिल्ली में रहने वाला भारतीय शख्स 25 फरवरी को दिल्ली पहुंचा है।
कोरोना वायरस कितने राज्यों में और कितना है पीड़ित:
- भारत में कुल मरीज- 28
- दिल्ली में कुल मरीज- 17 (जिनमें से 1 भारतीय, 15 इटली के पर्यटक और इन्हें लाने वाला एक ड्राइवर शामिल)
- आगरा में कुल मरीज- 6 (सभी भारतीय)
- जयपुर में कुल मरीज- 1
- तेलंगाना में कुल मरीज- 1
- केरल में कुल मरीज- 3 (तीनों को ठीक किया जा चुका है)
(नोएडा में 6 लोगों को कोरोना वायरस का संदिग्ध पाया गया था, मगर जांच रिपोर्ट में इनमें रिजल्ट निगेटिव आए हैं।)
कोरोना वायरस से डरे नहीं:
कोरोना वायरस से डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है, हालांकि सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। भारत सरकार कोरोना वायरस को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने अपनी ताजी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि देश में कोरोना वायरस की जांच के लिए पहले से 15 लैब मौजूद थे और पिछले दिनों 19 नए लैब बनाए गए हैं। यानी भारत में अब कुल 34 लैब हैं, जहां कोरोना वायरस की जांच की जा सकती है।
इसके साथ ही कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को एकांत कमरों (आइसोलेशन रूम्स) में रखने की भी पूरी व्यवस्था की जा चुकी है। चूंकि कोरोना वायरस के लक्षण कई बार 2 सप्ताह बाद दिखने शुरू होते हैं, इसलिए सभी संदिग्ध मरीजों को कम से कम 14 दिन तक आइसोलेशन में रखने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही भारत सरकार ने 3 वैज्ञानिकों को ईरान भेजा है और भारत सरकार कोशिश कर रही है कि ईरान की सरकार मिलकर कोरोना वायरस को रोकने के लिए ईरान में ही लैब बनाया जा सके।
क्या भारत में तेजी से फेल सकता हैं कोरोना वायरस:
वैसे तो सरकार सभी जरूरी एहतियाती कदम उठा रही है और कोशिश कर रही है कि किसी भी तरह की संदिग्धता दिखने पर व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड में रखा जा सके। लेकिन फिर भी इस बात की संभावना है कि कोरोना वायरस दिल्ली, यूपी, राजस्थान, हैदराबाद के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है। इससे बचाव के लिए हर व्यक्ति को जरूरी सुरक्षात्मक तरीके अपनाने की हिदायत दी जाती है।
कोरोना वायरस से बचने के लिए ये करें:
आपके राज्य में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है, तो आपको अतिरिक्त सावधानी की जरूरत है। जिन राज्यों में अभी तक पुष्टि नहीं है, वहां के लोगों को भी सावधानी बरतनी जरूरी है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए आप निम्न एहतियाती तरीके अपना सकते हैं।
- किसी भी भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें।
- छींक, जुकाम और खांसी के मरीज से कम से कम 3 मीटर की दूरी बनाए रखें।
- अपने हाथों को अपने मुंह और नाक के पास बार-बार लाने से बचें।
- दिन में जितनी बार भी संभव हो, अपने हाथों को साबुन, हैंड वॉश, सैनिटाइजर से साफ करते रहें।
- बाहर निकलते समय मुंह पर N-95 मास्क लगाकर ही निकलें।
- छींकते या खांसते समय मुंह पर टिश्यू पेपर, रूमाल आदि रखें। अगर आपके पास ये मौजूद नहीं हैं, तो अपनी भुजाओं पर छींक को रोकें।