उत्तर बिहार के भी कुछ इलाकों में फैल गया है ।
उत्तर बिहार में जो बाढ़ आई इस के कारण वहा की स्थिति बहुत खराब हो गई है।सोमवार को चंपारण से लेकर मिथिलांचल तक बारिश के कारण मची रही तबाही ।चंपारण,कोसी बखगमती जैसे जिलो में अभी भी पानी का ख़तरा नाच रहा है। जिस तरह से बारिश हुई है उसी तरह से पानी हर जगह से बढ़ गया है।अब तो पानी इतना ज्यादा बढ़ गया है कि नदी में एक तरह से उफान मार रहा है ।नए इलाकों में भी ये पानी अब तो प्रवेश कर गया है ।जिस तरह से पानी बढ़ते जा रहे लोगों के ऊपर संकट ओर नाचता जा रहा है ।कुछ नए इलाकों के सड़क और रेलवे के पास पानी भर गया है ,और रेलवे की पटरी को खराब कर रह है। लिहाजा राज्य के अब तो 3 जिलों में भी पानी बहुत ज्यादा बढ़ गया है सहरसा, पूर्णिया और कटिहार में बाढ़ आ गया है ।अब राज्य मे बाढ़ बहुत ज्यादा संख्या 9 से बढ़कर 12 हो गए हैं। मुजफ्फरपुर के औराई, कटरा और गंयाघाट में भी पानी घुस गया है ।कटरा के 24 गांव औराही के 15 गांव और गयाघाट के कुल मिला के 25 गांवों में बाढ़ का पानी अभी तक घुस गया है ।बाढ़ के कारण सड़क टूटने लगी है ,और लाखों का नुक्सान हो गया है ।बाढ अपने साथ सारे घरो को बहा के ले जा रहा है। नीतीश कुमार ने बाढ़ से बचाने के लिए गरीबों को बहुत सारे प्रबंध किए हैं ,और कैसे लोगो को बचाया जाए इसकी योजना बनाई जा रही है। अब तो बाढ़ का पानी इतना बढ़ गया है कि कुछ इलाकों में जैसे डूमड़ा,बाजपट्टी,पुपरी में फैल गया है ।और तो और मंदिर में भी पानी प्रवेश कर गया। चंपारण के सुगौली थाना के पास सोमवार को बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया ,और बतिया में लोहिया रामनगर और लोरिया नरकतियागंज के पास का जो पुल है वह डायवर्सन था वो भी अब टूट गया और मधुबनी के शहर साहरघाट में कोसी का भी तटबंध टूट गया है।लोगों ने ये भी बोला है कि मधवापुर जैसे इलाकों में नदी का पानी भरना कम नहीं हुआ बल्कि और ज्यादा बढ़ते जा रहा है और इस तरह से लोगों के घरों में अभी बहुत बड़ा खतरा मंडरा रहा है।दरभंगा में कमला नदि जोकि जयनगर से जुड़ी हुई है वहां भी पानी इस तरह से बढ़ गया है कि वह शायद अब जयनगर की ओर बढ़ने लगा है और वहां पर फैलने लगा है। आइए जानें अब सरकार क्या करती है इस विषय पे।