विशेषज्ञों ने सिर्च से बताया हैं कि कोरोना वायरस के फैलने का कारण यह है कि किसी संक्रमित ने कोई भी वस्तु या चीज को छुआ हैं तो वह इंफैक्टेड हो जाता हैं यदि को व्यक्ति इस संक्रमित वस्तु को छुता हैं या उसके संपर्क मेंं आता हैं तो निश्ति रुप से वह इस वायरस से संक्रमित हो सकता हैं।
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जानिए कैसे फैलता है कोरोना वायरस-अमेरिका के सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने अनुसंधान कर बताया कि कोरोना वायरस शरीर के बाहर 9 दिन तक और मेटल के धातु पर 12 घंटे तक जिवीत रहते है जबकि स्किन पर 10 मिनट हि जिवीत रह पाता हैं।वहहि WHO के मुताबिक कोरोना वायरस स्किन पर ये मजह 10 मिनट ही जिंदा रह सकता हैं, ऐसे में किसी मेटल या संक्रमित चीज को छूने के बाद अच्छे से हाथ धोकर इसकी चपेट में आने से बचाव किया जा सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपका मोबाइल किसी संक्रमित व्यक्ति ने छुआ है तो वो इंफेक्टेड हो सकता है. कोरोना वायरस मोबाइल फोन की स्क्रीन पर 48 घंटे और बैकपैनल के प्लास्टिक का होने पर 9 दिन तक जिंदा रह सकता है. वहीं, अगर बैक पैनल मैटल का है तो उस पर कोरोना वायरस 12 घंटे तक बना रहेगा. इसलिए मोबाइल फोन को साफ जगह पर रखना बेहतर होगा. वहीं, किसी कपड़े पर ये वायरस 9 घंटे तक रहता है. हालांकि, कपड़े को 2 घंटे सूरज की रोशनी में सुखाने पर वायरस खत्म हो सकता हैं।
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युवाओं मे संक्रमण कम जबकि बुजुर्गों में ज्यादा: WHO
कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक युवा इस वायरस से वृद्धों की तुलना में कम संख्या में संक्रमित हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार मात्र 2.4 प्रतिशत मामलों में ही 18 या उससे ज्यादा उम्र के लोग संक्रमित हुए हैं. 70 साल से ज्यादा के लोगों में ये प्रतिशत 8 है जबकि 80 से ज्यादा उम्र के लोगों में ये प्रतिशत 14.8 है. आंकड़ों पर प्रामाणिक जानकारी देने वाली वेबसाइट worldometers के अनुसार अब तक कोरोना के कुल रिपोर्टेड मामले 90,932 हैं, जिनमें 3,119 मौतें हो चुकी हैं. हालांकि मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है, उसमें भी काफी सारे मामले अनरिपोर्टेड माने जा रहे हैं.