दुनिया में जहां-जहां कोरोना पहुंचा,वहां इससे निपटने की जद्दोजेहद जारी हैं और जहां नहीं पहुंचा ,वहा इसे रोकने की,मगर मुश्किल ये हैं कि इस महामारी को रोकने का कोई रास्ता फिलहाल दुनिया के पास नहीं हैं,न ही वैक्सी हैं न ही कोई दवा।
कोरोना यानि कोविड-19 जैसे जानलेवा वायरस के फैलने से पहले चीन ने कुछ गलतिया किया था।जिसकी वजह से इस वायरस ने महामारी का रुप ले लिया,अब सवाल उठता हैं कि हमारे सरकार को क्या नहीं करना चाहिए,अब हमारे देश को उन देशों की गलतियों से भी सीखना चाहिए ,जहां कोरोना वायसर विकराल रुप ले चुका हैं।
हम उन देशों की गलतियों से ये सीख सकते हैं:
शुरु आती जागरुकता न होने की वजह से कोरोना फैला
शुरु आती कोरोना लक्षण की पहचान में गलती
शुरु आती सतर्कता न होने की वजह से ये महामारी तेजी से फैली
सामाजिक दुरी का फार्मुला देर से चला
शहर की आवाजाही को रोकने में देरी
चीन डांक्टरी के मामले में दुनिया के हिसाब से देखा जाए तो स्थिति ठीक नहीं हैं फिर भी इस वायरस की भीभीषता को देखते चीने ने जिस तेजी से मेडिकल सुविधाओं का विस्तार किया और अस्थायी अस्पताल बना बेशक उन लोगों की जान बचाई। ये काबिले तारीफ हैं।
भारत को भी उन आने वाले खतरों को देखते हुए अस्थायी अस्पतालों,क्वारनटीन सेंटर तैयार करना,लांकडाउन के दौरान बडे़ पैंमाने पर स्कूलों कांलेजों,बसों और सड़कों को सैनिटाइज करना हैं।