कोरोना वायरस से जंग के बीच चीन ने 15 दिन में 1000 बेड का हॉस्पिटल तैयार कर सबको हैरानी में डाल दिया था। अब जब भारत पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है तो देश उससे बड़े स्तर पर तैयारियों में जुट गया है। बुरी स्थिति के लिए रेलवे के कोचों को आइसोलेशन वॉर्ड में बदला जा रहा है जिससे 3.2 लाख से ज्यादा बेड की व्यवस्था हो जाएगी।
हालांकि इसमें कितना वक्त लगेगा यह साफ नहीं है, लेकिन यह अपने आप में बड़ा काम है। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारत तैयारियों में जुटा है। संक्रमित लोगों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाने का काम पूरी तेजी से चल रहा है। भारतीय रेलवे डिब्बों में लाखों बेड का हॉस्पिटल बनाएगी। इससे पहले भी कई हॉस्पिटल तैयार और कई को मंजूरी मिली। रेलवे 20 हजार कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करेगा। इन कोचों में कुल मिलाकर 3.2 लाख से ज्यादा बेडों की व्यवस्था हो जाएगी। कोच को आइसोलेशन वॉर्ड में तब्दील करने के लिए सशस्त्र बल मेडिकल सेवा, कई जोन के मेडिकल विभाग, आयुष्मान भारत, स्वास्थ्य मंत्रालय से सलाह ली गई है।
रेलवे ने बताया है कि सबसे पहले 5 हजार कोचों को बदला जाना शुरू हो चुका है। इससे 80 हजार बेड तैयार होंगे रेलवे से पहले बाकी राज्यों में भी कोरोना से जंग तेज हो चुकी है। पिछले हफ्ते गुजरात में सिर्फ 6 दिन में कुल 2200 बेड के हॉस्पिटल बनाए गए थे।
ये हॉस्पिटल अहमदाबाद, राजकोट, सूरत और वडोदरा मेंबने थे। चीन की तरह भारत में भी 1000 बेड वाला हॉस्पिटल बन रहा है। यह हॉस्पिटल ओडिशा में बनेगा। यह कोरोना वायरस के लिए देश का सबसे बड़ा 1000 बेड वाला हॉस्पिटल होगा। कोरोना से जंग में उद्योगपति भी साथ दे रहे हैं। महाराष्ट्र जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज हैं वहां रिलायंस ने दो हफ्ते में 100 बेड का हॉस्पिटल खुलवाया। यह कोरोना मरीजों के लिए ही तैयार किया गया।