बिहार के इस किसान के बेटे को सेना में मिली अहम जिम्मेदारी

इंसान का जीवन कर्म प्रधान हैं यदि कर्म को पूरी ईमानदारी और मनोयोग से किय़ा जाए को कुछ भी असंभव नहीं हैं। चाहे काम कैसा भी हो सफलता जरुर मिलती हैं।हमारे धर्म शास्त्रों में भी कर्म को ही प्रधान माना गया हैं।रामायाण से लेकर गीता सब में कर्म का ही वर्णन मिलता  हैं।

बिहार के बेहद गरीब परिवार में पैदा हुए एक ऐसे किसान पुत्र जिसने  शानदार कर्म करके अपने और अपने प्रदेश (बिहार)का नाम रोशन किया हैं। मुजफ्फरपुर जिले के कुढनी प्रखंड के सुस्ता माधोपुर गांव निवासी किसान गोपाल वर्मा का पुत्र अंकित आनंद ने कड़ी मेहनत और लगन से सफलता का मुकाम हासिल किय़ा हैं।उन्हें वायु सेना में फ्लाइंग आँफिर पद पर नियुक्ति हुई हैं। उन्हें वायु सेना में कई लड़ाकू विमानों और हेलीकाँप्टर उड़ाने का मौका मिलेगा। इस के लिए उन्हें कड़ा प्रशिक्षण कर्नाटक राज्य के बेंगलुरु में मिला।और पढे़:राष्ट्रीय कृषि और ग्रामिण विकास बैंक में निकली बड़ी भर्ती

अंकित आनंद ने प्रेस वार्ता में अपने बारे में बताया की उन्हे बचपन से सेना में जाने का शौक था। इसके लिए वह कलमबाग रोड स्थित एक कोचिंग से सैनिक स्कूल में दाखिला लेने के लिए तैय़ारी करने लगा।इस कोचिंग से उनका सलेक्शन छठी क्लाश में राजस्थान के धौलपुर जिले में स्थित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में हुआ। वहा छठी से 12 वीं तक की पढाई हुई । उसके बाद वह राष्ठीय रक्षा अकादमी (एनडीए)खडगवासला,पुणे में तीन साल तक पढ़ाई किया उसके बाद फ्लाइंग आँफिसर के रुप में सलेक्शन हुआ।बिते दिनों हैदराबाद में ट्रेनिंग पुर होने के बाद पासिंग आउट के बाद कमिशन मिला।उन्होंने कहा कि सेना के हेलीकॉप्टर उड़ाने का जो दायित्व मिला है उसे पूरी जिम्मेदारी से निभाएंगे। अंकित की सफलता से परिवार, गांव में जश्न का माहौल है। वह लड़ाकू विमान उड़ाने वाले विंग कमांड़र अभिनंदन को अपना आदर्श मानते हैं।

 

About The Author

Related posts

Leave a Reply